Easy Explained: IPO क्या होता है IPO kya hota in Hindi ;
नमस्कार दोस्तों, आपका स्वागत है! आज के इस लेख में हम एक बहुत ही महत्वपूर्ण और रोचक विषय पर चर्चा करेंगे IPO, यानी Initial Public Offering यह लेख आपके लिए बेहद खास होने वाला है क्योंकि इसमें हम जानेंगे: IPO क्या होता है? तो दोस्तों, अगर आप शेयर मार्केट में निवेश शुरू करना चाहते हैं या IPO के बारे में जानने के इच्छुक हैं, तो यह लेख आपके लिए है। चलिए, बिना देर किए, शुरू करते हैं।
आईपीओ क्या होता है?
दोस्तो IPO की फुल फॉर्म होती है Initial Public Offering, मतलब की जब कोई प्राइवेट कंपनी पहली बार शेयर मार्केट में लिस्ट होती है और पहली बार अपने शेयर बेचने के लिए जाती है तो इसे कहा जाता IPO है
IPO रिलीज़ करने के बाद वो प्राइवेट कंपनी प्राइवेट नहीं रहती, बल्कि पब्लिक कंपनी बन जाती है क्योंकि अब उसमें पब्लिक का भी पैसा लग जाता है।
कम्पनी को IPO लाने की जरूरत क्यों होती है?
दोस्तों अब सवाल उठता है कि कंपनियां IPO क्यों लाती हैं। मान लीजिए मेरी एक कंपनी है दस करोड़ की, और मैं मेरी कंपनी का प्रोडक्शन बढ़ाना चाहता हूँ, बिजनेस को एक्सपैंड करना चाहता हूँ। तो मुझे दस करोड़ रुपए की और जरूरत पड़ेगी। अब या तो मैं ये रुपए किसी बैंक से लोन ले लूँ, लेकिन अगर मैं बैंक से लोन लेता हूँ तो उसके बदले में मुझे बहुत ज्यादा ब्याज चुकाना पड़ेगा, जो मेरे लिए काफी महंगा पड़ जाएगा। तो इससे अच्छा होगा कि मैं मेरी कंपनी को शेयर मार्केट में लिस्ट कर दूँ और उसका एक IPO रिलीज कर दूँ। जिससे होगा क्या कि लोग मेरी कंपनी के शेयर खरीदेंगे, और वो सारा पैसा मेरे पास सीधे पहुँच जाएगा। उस पैसे से मैं मेरे प्रोडक्शन बढ़ा पाऊँगा और मेरी कंपनी के बिजनेस को एक्सपैंड कर पाऊँगा। तो इसी वजह से प्राइवेट कंपनियां शेयर मार्केट में लिस्ट होती हैं और अपने शेयर को बेचती हैं।
IPO खरीदने के क्या फायदे है।
लेकिन दोस्तों यहाँ पर बात आती है कि अब उन लोगों को क्या मिलेगा जो लोग मेरी कंपनी के शेयर खरीद रहे हैं और मेरी कंपनी में इन्वेस्ट कर रहे हैं। उन लोगों का सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि जब कोई प्राइवेट कंपनी पहली बार शेयर मार्केट में आती है और अपना IPO रिलीज करती है, तो ज्यादातर मामलों में उस कंपनी के शेयर सबसे कम प्राइस में उसी वक्त पर मिलते हैं। और कुछ समय बाद ही वो प्राइस 2-3 गुना हो जाती है। मतलब कि IPO में आपने जितना पैसा लगाया है, कुछ दिनों के अंदर-अंदर ही आपका पैसा 2-3 गुना होने के चांसेस बहुत ज्यादा रहते हैं। और इसी वजह से लोग IPO खरीदते हैं।
जैसे कि दोस्तों, कुछ दिनों पहले ही पारस डिफेंस का IPO रिलीज हुआ था। जब इस कंपनी के शेयर इश्यू हुए थे तो इसकी प्राइस थी 175, और कुछ दिनों बाद ही इसकी प्राइस हो गई 469। मतलब कि इसकी प्राइस 2.5 गुना ऊपर चली गई। मतलब कि अगर आपने एक लाख रुपए लगाए होते, तो कुछ दिनों के अंदर ही वो आपका 2.5 लाख रुपए बन जाता। यह होता है IPO,
IPO खरीदने के क्या नुकसान है ।
लेकिन दोस्तों यह जरूरी नहीं कि शेयर मार्केट में रिलीज होने वाले हर एक IPO आपको बेनेफिट ही दे। कुछ मामलों में IPO की प्राइस बाद में गिर भी जाती है, जिससे नुकसान भी हो सकता है। तो इसलिए दोस्तों अगर आप किसी IPO के लिए अप्लाई कर रहे हैं, तो उसके बारे में डिटेल से जानकारी लेना बहुत जरूरी है।
IPO खरीदने से पहले कौन सी बातों का रखें ध्यान।
(1) अब दोस्तों जब आप किसी IPO के लिए अप्लाई कर रहे हैं, तो आपको कुछ बातों की जानकारी होना बहुत ज़्यादा जरूरी है। जैसे कि आप IPO के लिए अप्लाई कर रहे है, लेकिन आपको मिल भी सकता है और नहीं भी मिल सकता। क्योंकि हो सकता है कि आप जिस कंपनी के IPO के लिए अप्लाई कर रहे हैं, वो कंपनी जितने शेयर बेच रही है, उससे ज्यादा एप्लिकेशन आ गई हो। तो सभी को शेयर मिलना संभव नहीं है।
(2) दूसरी इंपॉर्टेंट चीज़ है लॉट साइज। यहाँ पर आप अपनी मर्जी से 2, 4, 5, 10 शेयर नहीं खरीद सकते, बल्कि यहाँ पर जो लॉट साइज होती है, मतलब कि न्यूनतम क्वांटिटी होती है, आप उससे कम नहीं खरीद सकते।
Conclusion
दोस्तों, आज हमने IPO के बारे में विस्तार से जाना। यह समझा कि IPO क्या होता है, कंपनियां इसे क्यों लाती हैं, और निवेशकों को इससे क्या लाभ या हानि हो सकती है। IPO निवेश के जरिए आप अच्छे मुनाफे कमा सकते हैं, लेकिन निवेश से पहले उचित जानकारी और सतर्कता जरूरी है। अगर आपको यह लेख पसंद आया हो, तो इसे शेयर करना न भूलें। और फाइनेंशियल ज्ञान से जुड़े अन्य लेख और जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट जरूर देखें। अपनी राय और सुझाव कमेंट में बताएं। धन्यवाद!
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